
मुंशी प्रेमचन्द की 143 वीं जयंती (31 जुलाई 2022)
डीडी पन्त बाल विज्ञान खोजशाला, बेरीनाग में हिंदी के कालजयी साहित्यकार, कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द की 143 वीं जयंती को धूमधाम के साथ मनाया गया. इस अवसर पर बच्चों ने द्वारा पोस्टर प्रदर्शनी, कथा वाचन और नाटक का मंचन किया गया. इस मौके पर एक पुस्तक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया.
पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग नगर में डी डी पन्त बाल विज्ञान खोजशाला में प्रेमचंद जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम की शुरुआत में खोजशाला की संस्थापक श्रीमती लीला उपाध्याय को श्रद्धांजलि देते हुए उनके योगदान को याद किया गया. कार्यक्रम स्थल में आपपास के विद्यालयों के बच्चों के बनाये सौ से अधिक पोस्टरों की प्रदर्शनी लगाई गयी थी जिनमें बच्चों के प्रेमचंद के जीवन और कहानियों पर आधारित चित्र बनाये थे. इस आयोजन में बच्चों ने प्रेमचंद की कहानी ‘बूढ़ी काकी’ पर आधारित नाटक का मंचन किया. चालीस बच्चों ने प्रेमचंद की विभिन्न कहानियों का भी वाचन किया. इस अवसर पर प्रेमचंद की कहानी ईदगाह पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया.
इस कार्यक्रम के साथ ही एक पुस्तक प्रदर्शनी भी लगाईं गयी थी जिसमें विभिन्न प्रकाशनों की किताबें उपलब्ध थी. चुनिन्दा बाल साहित्य के साथ ही प्रेमचंद का साहित्य, पहाड़ के जनजीवन और समाज से सम्बंधित साहित्य और उत्कृष्ट शिक्षा साहित्य उपलब्ध कराया गया था. पुस्तक प्रदर्शनी में बच्चों के साथ ही अभिभावकों और शिक्षकों ने भी खासी रूचि दिखाई.
प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन (Pratham Education Foundation) के तत्वधान में आयोजित इस कार्यक्रम में आरंभ स्टडी सर्किल और किताबघर पिथौरागढ़ के द्वारा पुस्तक प्रदर्शनी लगाई गयी थी. कार्यक्रम का सञ्चालन विनोद उप्रेती ने किया और सम्पूर्ण आयोजन का प्रबंधन तथा तैयारी खोजशाला की टीम के हरीश, गौरव और कमलेश द्वारा की गयी. इस कार्यक्रम में सेवानिव्रित्त शिक्षिका सुनीता पांडेय, शिक्षक बलवंत राठौर, नरेश कुमार, विजय पन्त, प्रदीप बोरा, दीपमाला, मयंक आदि उपस्थित रहे. कार्यक्रम में 270 बच्चों एवं अभिभावकों के साथ ही शिक्षकों ने प्रतिभाग किया.
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