
जुर्माने के बाद भी नहीं माने तो होगा सामाजिक बहिष्कार
- नीरज उत्तराखंडी
जनपद के डुंडा विकासखंड के लोदाड़ा गांव के ग्रामीणों ने अनुकरणीय पहल करते हुए नशामुक्त अभियान के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से आम बैठक कर सामाजिक समारोह में शराब परोसने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
ग्राम प्रधान कविता बुटोला की अगुवाई में हुई बैठक में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया कि सामाजिक समारोह शादी और अन्य कार्यक्रमों में शराब परोसने वालों पर 51 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. उसके बाद भी अगर कोई ग्रामीण नियमों का पालन नहीं करता है तो उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा.
बताते चलें कि ग्राम प्रधान कविता बुटोला, महिला मंगल दल व युवा मंगल दल और ग्रामीणों ने शराब पर प्रतिबंध को लेकर एक बैठक आयोजित की. बैठक में तय किया गया कि शादी विवाह, चूड़ाकर्म संस्कार आदि कार्यक्रमों में शराब नहीं परोसी जाएगी. समारोह में शराब परोसने पर प्रतिबंध का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया.
प्रधान कविता बुटोला ने मीडिया को बताया कि अगर किसी भी परिवार के यहां विवाह और चूड़ाक्रम संस्कार कार्यक्रम में शराब के सेवन की शिकायत मिली तो उसके कार्यक्रम में कोई भी ग्रामवासी शामिल नहीं होगा. इसके साथ परिवार पर 51 हजार रुपये जुर्माना दंड के तौर पर लगेगा. ऐसे परिवार का पूरी तरह से सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा. वहीं दंडित परिवार भी ग्रामवासियों के किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने का अधिकारी नहीं होगा.
ग्रामीणों का कहना है कि लोग अपने बच्चों और युवाओं के भविष्य को लेकर चिंतित हैं और भय में है कि यदि शराब का चलन इसी तरह से चलता रहा तो बच्चे आगे कैसे बढ़ सकेंगे. युवा रोजगार की बजाए नशे की जद में आकर अपराधों में फंस जाएंगे.
इस मौके पर ग्राम प्रधान कविता बुटोला, लीला सिंह अग्रवाल, कृष्णा राणा, रमेश बुटोला, कुंवर सिंह कुड़ियाल, नत्थी सिंह अग्रवाल, ओंकार सिंह पवार, सोहन बुटोला कीर्ति अग्रवाल, सुशील बुटोला, मुकेश बिष्ट, दलबीर राणा, भूपेन्द्र बुटोला, कोमल राणा सोबन पवार, गोबर सिंह अग्रवाल, प्रवेश राणा, राजेन्द्र पवार, गंभीर चौहान सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे.
