
उत्तराखंड : धरना देने की धमकी से पंचायती राज निदेशक की जान को खतरा, दीपक बिजल्वाण पर लगाया आरोप
देहरादून: पंचायती राज निदेशक ने उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण के खिलाफ शासन से धमकी देने की शिकायत की है। उन्होंने शिकायती पत्र में कहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने उनके कार्यालय में धरना देने की धमकी दी है।
इसके लिए उन्होंने सुरक्षा मांगी है। अब सवाल यह है कि धरना देने से भला किसीको जान का खतरा कैसे हो सकता है। पंचायती राज निदेशक के इस आरोप पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने पलटवार किया है।
दीपक बिजल्वाण का आरोप है कि पंचायती राज निदेशक अपने चहेतों को नौकरी देने का खेल कर रहे हैं। उन्होंने जब इस पर सवाल उठाए तो इस तरह की हरकतें करने पर उतर आए हैं। दीपक बिजल्वाण ने निदेशक के कार्यकाल की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि शासन अगर निदेशक के कार्यकाल की जांच करेगा तो पूरा सच सामने आ जाएगा।
निदेशक के आरोप और शिकायती पत्र अपने आप में ही संदेह पैदा करता है। दीपक बिजल्वाण ने कहा कि धरना देना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। सवाल यह है कि धरना देने की धमकी दी है, तो उनकी जान को खतरा कैसे पैदा हो गया है।निदेश ने पत्नी की बीमारी का भी हवाला दिया है। खुद को भी गंभीर बीमार बताया है। सवाल यह है धरना देने से बीमारी का क्या सम्बन्ध है। यह बात साबित करती है कि निदेशक मामले को बेवजह टूल देना छह रहे है।
इतना ही नहीं निदेशक ने दीपक बिजल्वाण पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की भी बात लिखी है। इसके जवाब में जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि मामले की जांच के लिए वो हमेशा से तैयार थे और उन्होंने जांच में पूरा सहयोग भी किया है। निदेशक अपने कारनामे छुपाने के लिए इस तरह की बात कह रहे हैं।
दरसअल, मामला जिला पंचायत में दो अतिरिक्त अभियंताओं की आवश्यक्ता की थी। जिसकी डिमांड जिला पंचायत ने निदेशालय से की थी। निदेशालय की ओर से आउटसोर्स एजेंसी के जरिए नियुक्ति कर दी।
जिला पंचायत अध्यक्ष का आरोप है कि निदेशक नौकरियों में खेल कर रहे हैं। उनकी जांच होनी चाहिए। सारा सच सामने आ जाएगा। साथ ही यह भी कहा कि अगर उनको धमकी दी गई है और गलत काम करने का दबाव बनाया गया, तो वे मोबाइल रिकॉर्डिंग को सार्वजनिक कर दें।
उत्तराखंड : धरना देने की धमकी से पंचायती राज निदेशक की जान को खतरा, दीपक बिजल्वाण पर लगाया आरोप