छापेमारी की जद में आए कारोबारियों का क्या है राजनीतिक कनेक्शन?

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उत्तर प्रदेश के चुनावी माहौल में नोएडा से लेकर लखनऊ तक और आगरा से लेकर मऊ तक हुई इनकम टैक्स, डीजीजीआई और यूपीजीएसटी की छापेमारी बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच सियासत का मुद्दा बन गई है. कन्नौज के इत्र कारोबारी और सपा नेता के घर छापेमारी के बाद आगरा के जूता कारोबारी के यहां हुई इनकम टैक्स की छापेमारी लगभग खत्म हो चुकी है. अधिकारिक तौर पर आगरा, फर्रुखाबाद, कन्नौज से हुई बरामदगी को लेकर भले जांच एजेंसी ने कुछ नहीं बताया हो लेकिन सोशल मीडिया में इस छापेमारी को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर सपा को निशाना बनाते हुए तमाम पोस्टर वायरल हो रहे हैं. आखिर बीते दिनों हुई छापेमारी में किस कारोबारी का राजनीतिक कनेक्शन कितना है, यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है.

30 ठिकानों से एक करोड़ 12 लाख रुपए बरामद

यूपी के सियासी माहौल में इनकम टैक्स डीजीजीआई जैसी जांच एजेंसियों की छापेमारी का मुद्दा 18 दिसंबर से शुरू हुआ. 18 दिसंबर को लखनऊ से लेकर बेंगलुरु तक इनकम टैक्स की टीमों ने 4 लोगों के 30 ठिकानों पर छापेमारी की. यह छापेमारी 4 दिन तक चली और इनकम टैक्स को 30 ठिकानों से एक करोड़ 12 लाख रुपए नगद बरामद हुए.

छापेमारी की चपेट में आए लोगों का अखिलेश कनेक्शन

यह छापेमारी समाजवादी पार्टी के करीबियों और पार्टी पदाधिकारियों के ठिकानों पर की गई. जिन चार लोगों के घर पर छापेमारी की गई उनमें जैनेंद्र यादव उर्फ नीटू यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के ओएसडी हैं. राहुल भसीन लखनऊ के कपड़ा व्यापारी और अखिलेश यादव के बेहद करीबी मित्र हैं. मनोज यादव मैनपुरी के जिला पंचायत अध्यक्ष व समाजवादी पार्टी के नेता हैं. राजीव राय समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व प्रवक्ता हैं. राजीव राय के बेंगलुरु में मेडिकल कॉलेज व चिकित्सा संस्थान हैं.

पीयूष जैन का कोई भी सपा कनेक्शन नहीं

इस छापेमारी के बाद जो दूसरी छापेमारी चर्चा में आई वह थी कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कन्नौज और कानपुर के घर की. शुरुआत में पीयूष जैन को समाजवादी पार्टी का करीबी बताया गया. पीयूष जैन के घर से बरामद लगभग 200 करोड़ रुपए की नकदी भी समाजवादी पार्टी का फंड बताई गई, लेकिन पीयूष जैन का समाजवादी पार्टी से कोई कनेक्शन नहीं निकला है.

पंपी जैन का समाजवादी पार्टी से सीधा कनेक्शन

पीयूष जैन के बाद एक अन्य इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन उर्फ पंपी जैन के कन्नौज, कानपुर स्थित ठिकानों से लेकर मुंबई तक छापेमारी की गई. यह छापेमारी समाजवादी पार्टी के एमएलसी और इत्र कारोबारी व समाजवादी इत्र लांच करने वाले पुष्पराज जैन उर्फ पंपी जैन के घर पर हुई. पुष्पराज उर्फ पंपी जैन का समाजवादी पार्टी से सीधा कनेक्शन है.

पीयूष जैन पुष्पराज जैन के बाद छापेमारी का दौर जूता कारोबारियों के यहां शुरू हुआ. आगरा में 4 कारोबारियों के 11 ठिकानों पर छापेमारी की गई. जिसमें विजय अहूजा, मन्नू अलघ, मानसी चंद्रा, राजेश उर्फ रूबी सहगल शामिल हैं. इन चारों कारोबारियों में सिर्फ मन्नू अलघ को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का करीबी बताया जाता है, लेकिन समाजवादी पार्टी से मन्नू अलघ का कोई अधिकारिक कनेक्शन नहीं है.

बसपा से चुनाव लड़ चुके हाजी तारीक

कानपुर के बाद फर्रुखाबाद में फ्लोर मिल व कोल्ड स्टोरेज के मालिक हाजी तारीक सेठ के 2 ठिकानों पर जीएसटी की टीम ने छापेमारी की. हाजी तारिक 2002 में बसपा से कमालगंज सीट पर चुनाव लड़ चुके हैं. 2012 से समाजवादी पार्टी में शामिल हैं. फर्रुखाबाद के बाद हाल ही में इनकम टैक्स ने नोएडा समेत एनसीआर के कई ठिकानों पर ACE ग्रुप के मालिक अजय चौधरी के ठिकानों पर छापेमारी की. अजय चौधरी का समाजवादी पार्टी से कोई सीधा कनेक्शन नहीं है लेकिन अजय चौधरी उर्फ संजु नागर को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का करीबी दोस्त बताया जाता है.

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