
कालाढूंगी: डबल इंजन की सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के दावे करती है लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही है. दरअसल, विकासखंड कोटाबाग के दूरस्थ गांव रानीकोटा में बनी सब्जी मंडी अब जुए और शराबियों का अड्डा बन चुकी है. जिससे क्षेत्र के काश्तकारों में भारी रोष है.
काश्तकार बताते हैं कि उनको अपनी सब्जियां और अनाज बेचने के लिए हल्द्वानी, नैनीताल और रामनगर जाना पड़ता है. यहां पर उनकी फसलों का उचित दाम नहीं मिल पाता है. उन्होंने कहा कि कोटाबाग के इस ग्रामीण क्षेत्र से हल्द्वानी, नैनीताल और रामनगर की दूरी 50 से 60 किलोमीटर है. ऐसे में उनका भाड़ा भी अधिक लगता है. किसानों की आय दोगुनी तो दूर की बात, दाल-रोटी के पैसे बच पाना मुश्किल हो जाता है. इसलिए अपनी फसलों को ओने-पौने दामों में बेचना मजबूरी बन गया है.