देहरादून. यमुना नदी (Yamuna River) पर बनने वाली लखवाड़ जल विद्युत परियोजना पर इस साल के जून महीने से काम शुरू होने जा रहा है. इस परियोजना को बनकर तैयार होने में करीब 5 साल नौ महीनों का समय लगेगा. इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों (Union Ministries) द्वारा स्वीकृति मिल चुकी है जो UJVNL ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है. परियोजना इसलिए अहम है क्योंकि इससे उत्तराखंड को 300 मेगावाट बिजली (Power Generation in Uttarakhand) मिलेगी और 12.6 MCM (मिलियन घन मीटर) पानी भी प्रतिदिन. परियोजना से मिलने वाली बिजली पर पूरा अधिकार प्रदेश का ही होगा.
दून ज़िले में बनने वाली लखवाड़ परियोजना से जो पानी मिलेगा, उस पर उत्तराखंड सहित अन्य 6 अन्य राज्यों का अधिकार होगा. इस प्रोजेक्ट से पेयजल (Drinking Water) और सिंचाई की समस्या दूर होगी. इस परियोजना निर्माण की लागत सभी 6 राज्यों को मिलकर उठानी पड़ेगी, जिसमें हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड शामिल हैं. UJVNL के एमडी संदीप सिंघल ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश बनाने की दिशा में यह प्रोजेक्ट अहम है, जिस पर जून से काम शुरू होने जा रहा है. 69 महीनों तक काम के बाद यह प्रोजेक्ट पूरा होगा.