हिन्दी भारत की आजादी और देश की एकता की प्रतीक

हिन्दी भारत की आजादी और देश की एकता की प्रतीक

हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली हिन्दी भाषा भारत के गौरव की प्रतीक भाषा है,देश की आजादी का सबसे बड़ा अस्त्र और हमारे स्वाधीनता सेनानियों की मुखर स्वर रही है. जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश गुलामी के प्रतीकों से मुक्त हो रहा है तो हमें पूर्ण विश्वास है कि हिन्दी भी अपनी […]

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 हिंदी राजभाषा दिवस : निज भाषा उन्नति अहै…

हिंदी राजभाषा दिवस : निज भाषा उन्नति अहै…

सुनीता भट्ट पैन्यूली जिस देश को अपनी भाषा और साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता.. डा०राजेन्द्र प्रसाद हिंदी भाषा विश्व की एक प्राचीन ,समृद्ध तथा महान भाषा होने के साथ ही हमारी राज्य भाषा भी है भारत की स्वतंत्रता के बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक […]

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 हिंदी में हत्यारे पहचान लिए जाते हैं!

हिंदी में हत्यारे पहचान लिए जाते हैं!

(हिंदी दिवस पर विशेष)   चंद्रेश्वर सारे विरोधों एवं अंतर्विरोधों के बावज़ूद हमारी हिंदी खिल रही है, खिलखिला रही है. हिन्दी को दबाने,पीछे करने या  किनारे लगाने के अबतक के सारे षडयंत्र विफल  होते रहे हैं. हिन्दी के नाम पर चाहे जो भी राजनीति होती रही हो; पर उसे कोई धूल नहीं चटा पाया है तो  […]

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 ज्ञान की कब्रगाहों में हिंदी का प्रेत

ज्ञान की कब्रगाहों में हिंदी का प्रेत

हिंदी दिवस (14 सितम्बर) पर विशेष प्रकाश उप्रेती हर वर्ष की तरह आज फिर से हिंदी पर गर्व और विलाप का दिन आ ही गया है. हिंदी के मूर्धन्य विद्वानों को इस दिन कई जगह ‘जीमना’ होता है. मेरे एक शिक्षक कहा करते थे कि “14 सितंबर because को हिंदी का श्राद्ध होता है और […]

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 हिंदी प्रशासनिक शब्दावली के निर्माण में संस्कृत का योगदान

हिंदी प्रशासनिक शब्दावली के निर्माण में संस्कृत का योगदान

हिंदी दिवस (14 सितम्बर) पर विशेष  डॉ. मोहन चंद तिवारी 14 सितम्बर का दिन पूरे देश में ‘हिन्‍दी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.आजादी मिलने के बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में हिन्‍दी को राजभाषा बनाने का फैसला लिया गया था. because 14 सितंबर के दिन का एक खास महत्त्व इसलिए भी […]

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 हिंदी का श्राद्ध अर्थात ‘हिंदी दिवस’  

हिंदी का श्राद्ध अर्थात ‘हिंदी दिवस’  

हिन्‍दी दिवस (14 सितंबर) पर विशेष प्रकाश उप्रेती हर वर्ष की तरह आज फिर से हिंदी पर गर्व और विलाप का दिन आ ही गया है. हिंदी के मूर्धन्य विद्वानों को इस दिन कई जगह ‘जीमना’ होता है. मेरे एक शिक्षक कहा करते थे कि “14 सितंबर को हिंदी का श्राद्ध होता है और हम […]

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