विश्व पुस्तक मेला: आंखों देखी, हकीकत और अफसाना…
ललित फुलारा इस बार विश्व पुस्तक मेले में सबसे अधिक धार्मिक साहित्य बिका है, चाहे कोई प्रकाशक कुछ भी दावा कर ले. हिन्दी का बड़े से बड़ा प्रकाशक, उतनी भीड़ नहीं जुटा पाया, जितना बिना प्रचार के गीता प्रेस गोरखपुर की स्टॉल पर जुटी रही. नई हिन्दी के नाम पर ‘हिंद युग्म’ ने सेलिब्रिटी लेखकों […]
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