मातृभाषा का सवाल भाषा से ज्यादा लिपि और माध्यम का सवाल है

मातृभाषा का सवाल भाषा से ज्यादा लिपि और माध्यम का सवाल है

मेहर, निशा, आकांक्षा एवं राज, नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य पर रामजस महाविद्यालय, एक सप्ताह का ‘मातृभाषा अमृतोत्सव’ आयोजित करने जा रहा है. 21 फरवरी, 2023 से 28 फरवरी तक चलने वाले इस मातृभाषा अमृतोत्सव में भारत की सभी भाषाओं पर भाषाविदों के साथ मातृभाषा में शिक्षा एवं शिक्षण की चुनौतियों और संभावनाओं […]

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 मातृभाषा और शिक्षा का लोकतंत्रीकरण

मातृभाषा और शिक्षा का लोकतंत्रीकरण

मातृभाषा दिवस (22 फ़रवरी) पर विशेष प्रो. गिरीश्वर मिश्र मनुष्य इस अर्थ में भाषाजीवी कहा जा सकता है कि उसका सारा जीवन व्यापार भाषा के माध्यम से ही होता है. उसका मानस भाषा में ही बसता है और उसी से रचा जाता है.because दुनिया के साथ हमारा रिश्ता भाषा की मध्यस्थता के बिना अकल्पनीय है. […]

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