कुमाऊंनी दुदबोलि को सांस्कृतिक पहचान से जोड़ा मथुरादत्त मठपाल ने

कुमाऊंनी दुदबोलि को सांस्कृतिक पहचान से जोड़ा मथुरादत्त मठपाल ने

श्रद्धांजलि लेख डॉ. मोहन चंद तिवारी उदेख भरी ह्यूं- हिंगवन संग करछी गुणमुण छीड़ा जौपन. निल अगास’क छैल कैं नित, भरनै रौछीं बादो जौपन.. सल्ल बोटन में सुसाट पाड़नै चलछी मादक पौन जती. रतन भरी ढै-डुडण्रा छी, ढै़-डुडण्रा भरी छी सकल मही, बसी हिमांचल’क आंचव में छी, मयर घर लै यती कईं.. बहुत दुःख के […]

Read More