
मुंबई, एजेंसियां। मुंबई तट से करीब 50 समुद्री मील दूर एक पवन हंस हेलीकाप्टर के दो पायलटों और सात अन्य के साथ अरब सागर में गिरने से ओएनजीसी के तीन कर्मचारियों समेत चार लोगों की मौत हो गई। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि हेलीकाप्टर संलग्न फ्लोटर्स की मदद से कुछ समय तक बचा रहा, जिससे बचावकर्मियों को सभी नौ लोगों को बाहर निकालने में मदद मिली।
उन्होंने कहा कि उनमें से चार बेहोश थे। उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में नौसेना के हेलीकाप्टर में ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
9 कर्मी थे सवार
हेलीकाप्ट में ओएनजीसी के सात कर्मी सवार थे। इसके अलावा, एक ठेकेदार से संबंधित व्यक्ति था। बाकी दो पायलट थे।
इलाज के दौरान 4 लोगों की मौत
पीआरओ डिफेंस मुंबई के मुताबिक, चार जीवित बचे लोगों को ओएसवी मालवीय 16 ने, एक को सागर किरण तेल रिग की नाव से और दो-दो लोगों को भारतीय नौसेना के एएलएच और सीकिंग हेलीकाप्टरों ने बचाया गया था। ओएनजीसी अस्पताल में प्रबंधन के लिए नौसेना के हेलीकाप्टरों द्वारा चार लोगों को जुहू पहुंचाया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
भारतीय तटरक्षक बल भी बचाव अभियान में हुआ शामिल
- आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारतीय तटरक्षक बल भी बचाव अभियान में शामिल हुआ।
- तटरक्षक बल ने बचाव अभियान के लिए दो जहाजों को घटनास्थल की ओर मोड़ दिया है।
- घटना किस वजह से हुई, अभी इसका कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
अरब सागर में ओएनजीसी के हैं कई रिग और प्रतिष्ठान
ओएनजीसी के अरब सागर में कई रिग और प्रतिष्ठान हैं जिनका उपयोग समुद्र तल के नीचे स्थित जलाशयों से तेल और गैस का उत्पादन करने के लिए किया जाता है। ओएनजीसी ने हेलीकाप्टर पर सवार कर्मियों को बाहर निकालने के लिए पास के प्रतिष्ठानों से जहाजों को तैयार किया गया था।