हरिद्वार: प्रतिबंध के बावजूद नियम विरुद्ध राजाजी नेशनल पार्क और उससे सटे इलाकों में होटल, रिसार्ट और बार आदि बनाने के मामलों की शिकायत की जांच को एनजीटी (NGT) की टीम राजाजी टाइगर रिजर्व (Rajaji Tiger Reserve) पहुंची है। आरोप है कि रिसार्ट व कैंपिंग साइट में अधिकतर के पास पार्क की एनओसी नहीं है।
पर्यटकों की सैरगाह के रूप में जाना जाता राजाजी
कार्बेट टाइगर रिजर्व ( Corbett Tiger Reserve) की तरह राजाजी टाइगर रिजर्व भी पर्यटकों की सैरगाह के रूप में जाना जाता है। इधर के वर्षों में पर्यटकों की लगातार आवाजाही ने पार्क क्षेत्र से सटे कई राजस्व गांवों में कई रिसार्ट (Resort) बन गए हैं। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में कई कैंपिंग साइट ( Camping Site) भी बन गए हैं।
अब एनजीटी ने अपनाया है कड़ा रुख
यहां पर अक्सर पर्यटकों ( Tourists) की आवाजाही से वन क्षेत्रों के नियम का भी उल्लंघन देखने को मिल रहा है। इसको देखते हुए एनजीटी (NGT) ने अब कड़ा रुख अपनाया है। एनजीटी ने एक समिति गठित कर क्षेत्र में मौजूद रिसार्ट और कैंपिंग साइट की जानकारी मांगी है।
रिसार्ट व कैंपिंग साइट में मचा हड़कंप
इस मामले में उत्तराखंड पहुंची समिति ने गंगा भोगपुर क्षेत्र में कई रिसार्ट का निरीक्षण किया। टीम की ओर से निरीक्षण के बाद क्षेत्र में चल रहे रिसार्ट व कैंपिंग साइट ( Resort and Camping Site) में हड़कंप मचा हुआ है। राजाजी की सीमा के भीतर स्थित राजस्व ग्रामों में बनें रिसार्ट व कैंपिंग साइट वन महकमे के नियमों का खुला उल्लंघन कर रही है।
एनओसी केवल कुछ लोगों के पास
पार्क का यह क्षेत्र बाघों के आशियाने के रूप में भी जाना जाता है। ऐसे में यहां स्थापित इन रिसार्ट के पास अन्य विभागों की एनओसी (NCO) तो है, मगर सबसे महत्वपूर्ण जिस स्थान पर यह बने हुए हैं । वहां स्थित राजाजी टाइगर रिजर्व (Rajaji Tiger Reserve) की एनओसी केवल कुछ लोगों के पास ही है । नीलकंठ ,घट्टू घाट, रत्तापानी क्षेत्र के साथ ही विंध्यवासिनी क्षेत्र में बने रिसार्ट भी हमेशा से चर्चा में रहे हैं।
टीम आकलन कर अपनी रिपोर्ट NGT को भेजेगी
बताया जा रहा है कि टीम इन सभी रिसार्ट का आकलन कर उनकी रिपोर्ट एनजीटी (NGT) को भेजेगी। उसके बाद जो भी लोग पर्यटन के नाम पर अवैध गतिविधियों में संचालित पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पार्क की सीमा से सटे किमसार मार्ग में बने एक रिसोर्ट भी चर्चा में बना हुआ है । इन सभी को लेकर जल्दी टीम अपना निरीक्षण कर रिपोर्ट एनजीटी को सौंपेगी।