कोलकाता में मुस्लिम युवाओं ने पुराने शिव मंदिर का पुनर्निर्माण करके नजीर (मिशाल) पेश की है। मंदिर का पुनर्निर्माण करने के लिए 30 लाख रूपयों की जरुरत थी, जिसे 40 युवाओं ने क्राउड फंडिंग के जरिए जुटाया।
जहां पूरे देश में हिंदू-मुस्लिम और मंदिर मस्जिद को लेकर दो धर्मों के बीच खटास पैदा हो रही है, वहीं पश्चिम बंगाल के कोलकाता के युवाओं ने प्रेम और सौहार्द की नजीर (मिशाल) पेश की है। दरअसल कोलकाता में ताला पार्क के पास ओलाचंडी रोड इलाके में मुस्लिम सहित कई धर्मों के 40 युवाओं ने धार्मिक द्वेष को दूर करते हुए पुराने शिव मंदिर का पुनर्निर्माण किया है। मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए आफताब खान, फिरोज खान और अमृत लिंबू ने पिछले 6 महीनों में मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए अपना पूरा समय और मेहनत लगा दिया। इस युवाओं ने अपने दोस्त विनय पाठक के साथ मिलकर मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए क्राउड फंडिंग के जरिए पैसा जुटाया।
40 युवाओं ने क्राउड फंडिंग कर जुटाया पैसा
आफताब ने बताया कि मंदिर के पुनर्निर्माण के लगभग 30 लाख रुपए की जरुरत थी। इतनी बड़ी राशि को केवल क्राउड फंडिंग से जुटा पाना बहुत ही मुश्किल था, लेकिन पिछले साल दिसंबर में इलाके के लगभग 40 युवाओं ने इसे आजमाने का फैसला किया। इसके बाद हमने घर-घर संपर्क किया। सभी ने जितना हो सकता उतना दान दिया। इसके साथ ही मेरे साथ ही कई युवाओं ने अपने वेतन का एक बड़ा हिस्सा मंदिर कोष में दान किया।