देहरादून: वन अनुसंधान संस्थान से निकाले गए सभी संविदा कर्मी बीते 3 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने (protest of more than 200 employees fired from Forest Research Institute) पर बैठे हुए हैं. तीन दिन बाद भी एफआरआई प्रबंधन ने उनकी कोई सुध नहीं ली है.
धरने पर बैठे कर्मियों ने मांग की है कि जिन कर्मचारियों को जिस विभाग से निकाला गया है उसे उस विभाग में जल्द नियुक्ति देने के आदेश दिये जायें. धरने पर बैठे विकास और रेखा थापा का कहना है कि बीते कई वर्षों से काम कर रहे कर्मचारियों को बजट ना होने के कारण निकाल दिया गया है. उन्होंने कहा जब तक उन्हें ड्यूटी पर दोबारा वापस नहीं लिया जाता है तब तक उनका धरना ऐसे ही जारी रहेगा.
दरअसल, वन अनुसंधान संस्थान से निकाले गए सभी संविदा कर्मी संस्थान के मुख्य द्वार पर बेमियादी धरने पर बैठे हुए हैं. कर्मचारियों के मुताबिक 20 से 21 वर्षों से काम कर रहे कर्मचारियों को बजट ना होने का हवाला देते हुए निकाल दिया गया है. ऐसे में हटाए गए कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उन्हें ड्यूटी पर वापस नहीं लिया जाता है उनका धरना इसी प्रकार जारी रहेगा.