
गैलेंट्री अवॉर्ड विजेता नेवी अफसर का बंगला तोड़कर भू माफिया ने कब्जाया
देहरादून: उत्तराखंड में भूमाफिया का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. ताजा मामला राजधानी देहरादून के क्लेमेंटाउन थाना क्षेत्र का है. यहां भूमाफियाओं ने अवैध कब्जा करने के उद्देश्य से नेवी के रिटायर्ड गैलेंट्री अवॉर्ड सम्मानित ऑफिसर के हैरिटेज बंगले में तोड़फोड़ की और उनका सामान भी लूट लिया. दिवंगत ऑफिसर की पीड़ित पत्नी ने थाना स्तर पर पुलिस से मामले की शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की. इसके बाद पीड़िता डीजीपी अशोक कुमार से मिलीं. डीजीपी ने तत्काल मामले में कार्रवाई करते हुए क्लेमेंटाउन थाना प्रभारी को सस्पेंड किया और एसपी क्राइम को मामले की जांच के आदेश दिए.
शहर से बाहर गई थीं नेवी अफसर की पत्नी: दिवंगत नेवी अधिकारी की पत्नी कुसुम कपूर का कहना कि बीती सात जनवरी को वे अपनी बेटी से मिलने यूपी के नोएडा गई थीं. उनकी बेटी मानसिक रूप से बीमार है. तभी उनके पीछे 12 जनवरी को हथियार बंद भूमाफियाओं ने बंगले में घुसकर केयरटेकर और किरायेदारों के साथ मारपीट की और उनकी करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी को कब्जाने का प्रयास किया.
एसएसपी ने भी नहीं सुनी शिकायत: कुसुम कपूर ने बताया कि उन्होंने पूरे मामले की शिकायत थाना स्तर से लेकर एसएसपी तक की, लेकिन किसी ने भी उनकी फरियाद नहीं सुनी. आखिर में वे अपनी फरियाद लेकर डीजीपी अशोक कुमार के पास पहुंची और उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी. डीजीपी अशोक कुमार ने तत्काल क्लेमेंटाउन पुलिस को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया.
चुनाव आयोग से भी की गई है शिकायत: पीड़ित 70 वर्षीय कुसुम कपूर की बेटी प्रीति खट्टर के मुताबिक करोड़ों के बंगले और 5 बीघा जमीन को गुंडागर्दी और बंदूक की नोक पर कब्जाने का खेल पुलिस की मिलीभगत से हुआ है. इस मामले में उन्होंने चुनाव आयोग से भी जनपद प्रभारी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की है. प्रीति के मुताबिक गनीमत है कि इस मामले में डीजीपी अशोक कुमार द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए न सिर्फ मुकदमा दर्ज करा कर घटनाक्रम पर संगीन धाराएं बढ़ाई गई हैं, बल्कि थानेदार को निलंबित कर निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के सख्त आदेश भी दिए हैं.