
देहरादून: उत्तराखंड का सहकारिता विभाग (Cooperative Department of Uttarakhand) लंबे समय से घाटे की मार झेल रहा था, लेकिन अब सहकारिता बैंक लगातार मुनाफे में (Co-operative Bank continues to be profitable) जा रहा है. ऐसा विभागीय मंत्री और सचिव का पूरे सहकारिता विभाग पर लगाम लगाने से हुआ है.
वहीं, नैनीताल डीसीबी 625.00 लाख, टिहरी डीसीबी 1475.10 लाख, पिथौरागढ़ डीसीबी 1711.38 लाख और अल्मोड़ा डीसीबी को 1056.16 लाख रुपय का लाभ हुआ है. वहीं इसके अलावा राज्य सहकारी बैंक 4444.63 लाख सहित 11 बैंकों का 16159.46 लाख लाभ है.
सहकारिता विभाग के सचिव डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम (Cooperation Department Secretary Dr. BVRC Purushottam) विभाग को बारीकी से जानने के लिए गांव और न्याय पंचायत स्तर पर सहकारी समितियों के निरीक्षण करने पहुंच रहे हैं. देहरादून जोगीवाला में मौजूद बहुउद्देशीय अजबपुरकलां किसान सेवा सहकारी समिति (Ajabpur Kalan Farmer Service Cooperative Society) में उन्होंने निरीक्षण कर एक-एक चीज की जानकारी हासिल की.
जोगीवाला अजबपुरकलां किसान सेवा समिति पहुंचकर विभागीय सचिव ने पाया कि यह समिति अपने आप में राज्य में बड़ी समितियों में से एक है. अजबपुर समिति की स्थापना 1977 में हुई थी. वर्तमान में इस समिति में एक न्याय पंचायत 12 गांव आते हैं. समिति ने खाद बीज का व्यवसाय 1 साल में 8 लाख 92 हजार किया है.
इस समिति का डिपॉजिट बीते वर्ष 63 करोड़ 59 लाख 15 हजार रुपये है. समिति में एक करोड़ 61 रुपए प्रॉफिट कमाया है. सचिव पुरुषोत्तम ने समिति के कर्मचारियों से बैंकिंग प्रक्रिया के बारे में जाना. गौरतलब है कि अजबपुर कलां समिति का 2021 में पूर्णता कंप्यूटराइजेशन हो गया था. सचिव पुरुषोत्तम ने कहा समिति ज्यादा से ज्यादा किसानों को योजनाओं का लाभ दें.