
रांची : भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों में निलंबित झारखंड की पूर्व खान-उद्योग सचिव आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ मनी लांड्रिंग के मामले में अनुसंधान के दौरान राजनेताओं व नौकरशाहों के काले धन के निवेशक विशाल चौधरी के खिलाफ ईडी का अनुसंधान लगातार जारी है। विशाल चौधरी के यहां ईडी के छापेमारी से दस दिन पहले 10 करोड़ रुपये के लेन-देन हुए थे, जिससे संबंधित दस्तावेज ईडी के पास तो है, लेकिन उसका हिसाब अब तक नहीं मिल पाया है। जानकारी मिल रही है कि ईडी के दफ्तर में विशाल की राजदार महिला कर्मी हर दिन पूछताछ में शामिल हो रही है, उससे ईडी के अधिकारी यह जानने की कोशिश में हैं कि 10 करोड़ रुपये किसके थे और कहां से आए थे? उस राजदार से ईडी विशाल चौधरी के सभी नेटवर्क और व्यवसाय का हिसाब-किताब जुटा रहा है।
बड़े अफसरों का दुलारा है विशाल चौधरी
झारखंड के बड़े आइएएस, आइपीएस अफसरों के दुलारे विशाल चौधरी पर ईडी की कार्रवाई तेज हो गई है। विशाल चौधरी के दफ्तर में छापेमारी के बाद पूछताछ में उससे कई अहम जानकारियां हाथ लगीं। जिसके बाद सत्ता का दलाल, ट्रांसफर-पोस्टिंग का मास्टरमाइंड प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की गई। फिलहाल विशाल चौधरी की करीबी महिला ईडी के अधिकारियों को उसके सारे राज बता रही है। उससे अबतक कई दौर की पूछताछ हो चुकी है। यह महिला एक बैंक पदाधिकारी की पत्नी है।
ईडी को विशाल चौधरी के कारनामे बता रही उसकी राजदार
विशाल चौधरी का सारा कारोबार एक बैंक पदाधिकारी की पत्नी संभालती है। उसके दफ्तर का सारा महत्वपूर्ण काम इस महिला के इशारे पर ही चलता है। ईडी के सामने पूछताछ के लिए ये महिला बुर्के में प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में पहुंच रही है। उसने जांच एजेंसी को कई अहम सुराग दिए हैं। बताया गया है कि आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अदालत में आरोपपत्र दाखिल करने की तैयारी में है। जबकि काले धन की कमाई से करोड़ों में खेलने वालों पर भी ईडी तेजी से शिकंजा कस रहा है।
विशाल चौधरी के लिए अहम कड़ी है बुर्के वाली महिला
बुर्के वाली महिला के बारे में बताया गया है कि वह लंबे अरसे से विशाल चौधरी की राजदार और विश्वस्त बनी हुई है। विशाल चौधरी के तमाम कारोबार समेत उसकी गोपनीय जानकारी उसके पास है। उसके निर्देश पर विशाल चौधरी के दफ्तर में सारे काम-काज होते हैं। ईडी सूत्रों के मुताबिक विशाल चौधरी से फिर नए सिरे से पूछताछ की जा सकती है। हालांकि, ईडी की जानकारी के बिना वह रांची के बाहर है। इसे लेकर भी ईडी अधिकारी सतर्क हैं। बहरहाल, इस खास महिला द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर विशाल चौधरी से जुड़े महत्वपूर्ण राज तक ईडी पहुंच गई है।
दफ्तर में लटका ताला, लगातार कर्मियों को बदलता रहता है विशाल चौधरी
विशाल चौधरी की पहुंच झारखंड की ब्यूरोक्रेसी में अंदर तक है। कई बड़े आइएएस-आइपीएस अधिकारियों से उसके नजदीकी संबंध हैं। इसके जरिये ही उसने सरकारी महकमे में तेजी से अपनी पैठ बनाई और खूब पैसे कमाए। विशाल चौधरी अक्सर विदेश दौरा करता रहा है। महंगी गाड़ियां, कपड़े, ज्वेलरी आदि पर भी खूब पैसे लुटाता रहा है। उसके दफ्तर में झारखंड के कई अफसरों का लगातार आना-जाना लगा रहता है। सरकारी महकमे में ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए कई अधिकारी उससे संपर्क करते थे। उससे जुड़ी गोपनीय बातें न फैले, इसलिए वह लगातार अपने कर्मियों को बदलता रहता था।