लाल किले में आज से शुरू होगा ‘भारत भाग्य विधाता फेस्टिवल’

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लालकिला (Lal qila) मैदान में दस दिवसीय भारत भाग्य विधाता (Bharat Bhagya Vidhata) महोत्सव का आयोजन आज से शुरू होगा. इसमें भारत की विविधता के रंग देखने को मिलेंगे. देश के इतिहास, विरासत, कला और संस्कृति को लोग जान सकेंगे. साथ ही व्यंजन का लुत्फ भी एक छत के नीचे उठा सकेंगे. केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) इस कार्यक्रम का आगाज करेंगी. 75वें आजादी का अमृत महोत्सव के तहत यह आयोजन तीन अप्रैल तक जारी रहेगा. केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने डालमिया भारत लिमिटेड के साथ मिलकर कार्यक्रम की अवधारणा तैयार की है, जिसमें देश के जाने-माने कलाकार प्रस्तुति देंगे.

महोत्सव में खाने-पीने के शौकीनों के लिए खाओ गली से लेकर बच्चों के लिए खेल गांव बनाया गया है. महोत्सव में आंगुतक शिल्प उत्पादों की खरीदारी कर सकेंगे.हालांकि, महोत्सव में प्रवेश के लिए टिकट का भुगतान करना होगा. डालमिया भारत लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पुनीत डालमिया ने कहा कि लाल किला महोत्सव-भारत भाग्य विधाता के लिए विशेष रूप से तैयार की गई पहल है. हमें आशा है कि इसके जरिए आगंतुक सांस्कृतिक, उत्सवधर्मी और सामुदायिक विरासत में डूब जाएंगे. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आने वाला हर व्यक्ति अपने साथ देश और समाज को बांधकर रखने वाले अनूठे और अविस्मरणीय अनुभव को साथ लेकर जाएगा.

देश की विरासत को जानने का अनुभव

यह घोषणा करते हुए संस्कृति मंत्रालय में संयुक्त सचिव उमा नंदूरी ने आयोजन के संबंध में जानकारी दी. इस मौके पर डालमिया ग्रुप के सीईओ आनंद भारद्वाज, पर्यटन मंत्रालय में अपर महानिदेशक रूपिंदर बराड़; भारतीय पुरातत्‍‍व सर्वेक्षण, संस्कृति मंत्रालय में निदेशक अजय यादव भी उपस्थित थे.

नंदूरी ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत संस्कृति मंत्रालय भारत भाग्य विधाता का आयोजन कर रहा है. लाल किला उत्सव देश की विरासत का उत्सव मनाने के लिए आयोजित किया जा रहा है. वहीं, भारत भाग्य विधाता के तहत भारत के हर हिस्से की संस्कृति को दिखाया जाएगा.

भारत भाग्य विधाता सराहना करने में मददगार साबित होगा

पर्यटन मंत्रालय की अपर महानिदेशक रूपिंदर बराड़ के मुताबिक केंद्र सरकार की एक विरासत अपनाओ पहल के माध्यम से लाल किले को उसके पुराने गौरव में पुनर्जीवित किया गया है. भारत भाग्य विधाता सभी की भारत की विविधता की सराहना करने में मददगार साबित होगा. दुनिया भर में पर्यटन के पुनर्जीवित होने के साथ यह एक महत्वपूर्ण घटना होने जा रही है और पर्यटकों को भारत में आकर्षित सकारात्मक संकेत भेजती है. यानी यह आयोजन भारतीय विरासत को दुनियाभर में पहचान दिलाएगा.

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