देहरादून: उत्तराखंड में खराब मौसम के चलते एसडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है. एसडीआरएफ की 22 अतिरिक्त टीमों को आपदाग्रस्त क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया है. साथ ही SDRF कंट्रोल रूम को भी अतिरिक्त अलर्ट रहने की हिदायत दी गई है. नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए सतर्क किया जा रहा है.
ऐसे में खराब मौसम के मद्देनजर अब एसडीआरएफ राहत बचाव दलों को तत्काल आपातकालीन स्थिति के लिए सतर्क कर दिया गया है. जिससे समय रहते जान-माल की सुरक्षा एवं रेस्क्यू अभियान चलाया जा सके.
2500 फीट की ऊंचाई वाले स्थानों पर विशेष नजर: वहीं, बारिश और बर्फबारी जैसे खराब मौसम को देखते हुए मैदानी इलाकों में नदी किनारे रहने वाले क्षेत्रीय लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने के लिए टीमें तैनात की गई हैं.आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी सतर्क कर समय रहते राहत बचाव के लिए एसडीआरएफ की टीमें तैनात की जा रही हैं. राज्य के अधिकांश जिलों में खराब मौसम के चलते SDRF की 22 अतिरिक्त विशेष टीमें रेस्क्यू के लिए तैनात कर दी गई हैं. 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी से होने वाले नुकसान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
राहत-बचाव दलों को अलर्ट जारी: SDRF टीमो को निर्देशित किया गया है कि सभी अपने-अपने क्षेत्रों में सतर्क दृष्टि रखें. नदी किनारे बसे गांवों/कस्बों को पीए सिस्टम द्वारा अवगत कराया जाए, ताकि किसी भी जान-माल का खतरा उत्पन्न होने से पहले आपात परिस्थिति में राहत-बचाव दल रेस्क्यू उपकरणों के साथ तत्काल सफल तरीके से अपनी कार्रवाई को अंजाम दे सकें.
राज्य में SDRF की 22 अतिरिक्त टीमों को अलग-अलग जिलों तैनात किया गया है. इसमें देहरादून जिले में सहस्त्रधारा, चकराता, टिहरी जिले के ढालवाला (ऋषिकेश), कोटि कॉलोनी, व्यासी (कौड़ियाला), उत्तरकाशी जिले की उजेली, भटवाड़ी, बड़कोट, पौड़ी जिले के श्रीनगर, कोटद्वार, सतपुली, चमोली में गौचर, जोशीमठ, रुद्रप्रयाग में रतूड़ा, सोनप्रयाग, पिथौरागढ़ में अस्कोट, बागेश्वर के कपकोट, नैनीताल में नैनी झील, खैरना, अल्मोड़ा में सरियापानी और ऊधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर में SDRF की टीमों को तैनात किया गया है.